बिहार के बलुआहा गांव की अजीब हकीकत: जवान पुरुष नजर नहीं आते
बिहार, 16 सितंबर 2024: बिहार के बेगूसराय जिले का गांव बलुआहा एक अनोखी समस्या का सामना कर रहा है। इस गांव की गलियों में केवल बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं ही दिखाई देती हैं। यह बात तब और चौंकाने वाली हो जाती है जब पता चलता है कि यहां जवान पुरुषों की संख्या बेहद कम है।
बलुआहा गांव में घुसते ही इस गांव की विशेषता का पता चलता है। स्थानीय लोगों के अनुसार, यहां 90 प्रतिशत जवान पुरुष रोज़ी-रोटी की तलाश में गांव छोड़ चुके हैं। यही कारण है कि गांव में पुरुषों की संख्या इतनी कम है कि कभी-कभार ही उनका सामना हो पाता है।
वर्तमान में, गांव की जनसंख्या में मात्र 10 प्रतिशत पुरुष ही रह गए हैं, जबकि लगभग 95 प्रतिशत महिलाएं गांव में रहकर मजदूरी का काम करती हैं। इस असामान्य स्थिति के पीछे की वजह रोजगार के अवसरों की कमी है।
गांव में रोजगार के साधनों की कमी ने युवा पुरुषों को रोजगार की खोज में गांव छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है। इस स्थिति ने गांव की सामाजिक और आर्थिक संरचना को प्रभावित किया है। स्थानीय अधिकारियों और नीति निर्माताओं के लिए यह एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है, जो इस समस्या के समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता को दर्शाता है।
बलुआहा की इस स्थिति ने क्षेत्रीय विकास और रोजगार सृजन की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता को उजागर किया है। यह उम्मीद की जाती है कि भविष्य में इस गांव की समस्याओं का समाधान खोजने के लिए उचित प्रयास किए जाएंगे ताकि इस गांव की विकास यात्रा में सुधार हो सके।