बेगूसराय: तेघरा के सुप्रसिद्ध अयोध्या मिथिला गंगा घाट पर शनिवार की शाम एक युवक पर जानलेवा हमला किया गया। होली खेलने से मना करने पर युवाओं की एक टोली ने युवक पर लाठी, डंडे और लोहे के रॉड से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल युवक की पहचान तेघरा नगर परिषद वार्ड संख्या 12 निवासी शंभू सिंह के पुत्र रामलाल सिंह के रूप में हुई है।
घटना का पूरा विवरण
घटना शनिवार की शाम करीब 3:00 बजे की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रामलाल सिंह अयोध्या गंगा घाट पर स्नान करने गए थे। स्नान के बाद वापस लौटते समय महेश सहनी और उसके पुत्र बंगाली सहनी के साथ तीन-चार अन्य लोग वहां मौजूद थे। रामलाल ने होली खेलने से मना किया, जिससे नाराज होकर उन लोगों ने हाथ में लाठी, डंडा और लोहे की रॉड से हमला कर दिया।
हमले में रामलाल के सिर पर गंभीर चोटें आईं, जिससे अत्यधिक खून बहने लगा। स्थानीय लोगों ने तत्काल उसे इलाज के लिए तेघरा अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया।
डॉक्टर ने बताया स्थिति गंभीर
घायल युवक का इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि रामलाल के सिर में गहरी चोटें आई हैं और अत्यधिक खून बह जाने के कारण उसकी हालत गंभीर है। डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए उसे बेगूसराय रेफर कर दिया है।
घायल रामलाल सिंह ने बताया:
“शनिवार को करीब 3:00 बजे मैं स्नान करने के लिए अयोध्या गंगा घाट गया था। वहां लौटते समय महेश सहनी, उसका बेटा बंगाली सहनी और तीन-चार अन्य लोगों ने जबरदस्ती रंग लगाने की कोशिश की। मैंने इसका विरोध किया तो उन लोगों ने लाठी, डंडा और लोहे की रॉड से मुझ पर हमला कर दिया। मेरे सिर पर गंभीर चोटें आईं और मैं बेहोश हो गया। स्थानीय लोगों ने मुझे अस्पताल पहुंचाया।”
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने हमलावरों की पहचान कर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इलाके में तनाव का माहौल
इस हमले के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अयोध्या गंगा घाट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है।
👉 फिलहाल रामलाल सिंह की स्थिति गंभीर बनी हुई है और पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
➡️ Harvkat News के लिए अजीत कुमार झा की रिपोर्ट
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