दिल्ली में रिकॉर्ड तोड़ प्रदूषण: जहरीली हवा में सांस लेना मुश्किल
नई दिल्ली, 17 नवंबर: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक सीमा को पार कर चुका है। हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि सड़कों पर निकलना भी मुश्किल हो गया है। दिल्ली और एनसीआर के आसमान में धुंध की मोटी परत छाई हुई है, जिससे सुबह, दोपहर और शाम का अंतर करना कठिन हो गया है।
सवाल यह है कि दिल्ली की इस जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कौन है? क्या पराली जलाना, गाड़ियों का धुआं, या उद्योगों का प्रदूषण इसके लिए जिम्मेदार हैं? राजधानी के लोग हर साल सर्दियों में इस खतरनाक हवा को झेलने को मजबूर हो जाते हैं।
प्रदूषण के आंकड़े और असर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, आज सुबह 7 बजे दिल्ली के 14 स्थानों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार रहा। सबसे ज्यादा प्रदूषण आनंद विहार, बवाना और अशोक विहार में दर्ज किया गया, जहां बवाना का AQI 471 तक पहुंच गया। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण के कारण दिल्ली के निवासियों की औसत आयु 10 साल तक कम हो रही है।
प्रदूषण का प्रभाव और बदलाव
बढ़ते प्रदूषण के कारण सरकारी कार्यालयों की समय-सारणी बदल दी गई है।
- केंद्र सरकार के दफ्तर: सुबह 9:00 से शाम 5:30 बजे तक।
- एमसीडी कार्यालय: सुबह 8:30 से शाम 5:00 बजे तक।
- प्राइमरी स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चलाई जा रही हैं।
- सार्वजनिक परिवहन में 106 अतिरिक्त क्लस्टर बसें और मेट्रो के 60 अतिरिक्त फेरे बढ़ाए गए हैं।
कौन है जिम्मेदार?
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि दिल्ली में केवल 30% प्रदूषण स्थानीय है, जबकि 70% प्रदूषण पड़ोसी राज्यों से आता है। इन राज्यों में भाजपा सरकारें हैं।
जीआरएपी (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) का पालन
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए ग्रेप (GRAP) के तहत सख्त कदम उठाए गए हैं:
- डीजल गाड़ियों की आवाजाही पर रोक।
- कंस्ट्रक्शन और खुदाई के कार्य बंद।
- सड़कों की सफाई की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई गई।
- ट्रैफिक पुलिस ने पहले ही दिन 550 चालान काटकर 5.85 करोड़ रुपये जुर्माना वसूला।
विशेष स्थानों पर हालात
दिल्ली के कालिंदी कुंज जैसे क्षेत्रों में विजिबिलिटी बेहद कम है। यहां वाहन चालक हेडलाइट और इंडिकेटर ऑन करके वाहन चला रहे हैं।
दिल्ली में प्रदूषण से राहत के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन स्थितियां अभी भी गंभीर बनी हुई हैं।
हरवक्त न्यूज़
