नई दिल्ली: शुक्रवार सुबह भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों की संपत्ति में ₹7.46 लाख करोड़ की भारी गिरावट आई। वैश्विक बाजारों में मंदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नए टैरिफ लगाने की धमकी ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया, जिससे बाजार में हड़कंप मच गया।
सेंसेक्स 1,032.99 अंकों की गिरावट के साथ 73,579.44 पर पहुंच गया, जो 1.38% की गिरावट को दर्शाता है। इस गिरावट के कारण बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण घटकर ₹3,85,63,562.91 करोड़ (4.42 ट्रिलियन डॉलर) रह गया।
किन कंपनियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ?
सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों में Tech Mahindra, IndusInd Bank, Maruti, HCL Tech, TCS, Infosys, Mahindra & Mahindra और Titan सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वालों में शामिल रहे। वहीं, Axis Bank, HDFC Bank, Reliance Industries और Adani Ports जैसे कुछ शेयरों में तेजी देखने को मिली।
वैश्विक बाजारों में गिरावट का असर
एशियाई बाजारों में भी भारी गिरावट देखी गई, जहां सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग लाल निशान में ट्रेड कर रहे थे।
Vikas Jain (Reliance Securities) के अनुसार, “अमेरिकी बाजार पांच महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ और ट्रेजरी यील्ड्स में उछाल देखा गया, जिसका मुख्य कारण ट्रंप की नई टैरिफ घोषणाएं हैं।”
ट्रंप की टैरिफ नीति और बाजार पर असर
V K Vijayakumar (Chief Investment Strategist, Geojit Financial Services) ने कहा, “शेयर बाजारों को अनिश्चितता पसंद नहीं है और ट्रंप की नीतियों से अनिश्चितता बढ़ी है। नए 10% अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा से चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है। अब यह देखना होगा कि चीन इस पर कैसी प्रतिक्रिया देता है।”
एफआईआई और कच्चे तेल की स्थिति
गुरुवार को विदेशी निवेशकों (FIIs) ने ₹556.56 करोड़ के शेयर बेचे, जिससे बाजार पर और दबाव बढ़ा। इस बीच, ब्रेंट क्रूड ऑयल 0.51% गिरकर 73.66 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति और वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण भारतीय बाजार में गिरावट जारी रह सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहना चाहिए और बाजार के रुख पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
Besy