बिहार में अगले साल यानी 2025 के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, लेकिन इससे पहले कई चर्चाएं और कयास लगने लगे हैं कि क्या मशहूर शिक्षक खान सर भी राजनीति में कदम रखेंगे? यह सवाल तब और गहराया जब बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के दौरान खान सर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ की थी।
खान सर ने हाल ही में इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी और साफ शब्दों में कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा, “हमें चुनाव नहीं लड़ना है। लोकसभा चुनाव के वक्त भी लोगों ने यही सवाल उठाया था और हम मना करते-करते थक गए। हमारा ध्यान केवल पढ़ाने पर है।”
खान सर ने नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए यह भी कहा था कि, “माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने 2022 में नॉर्मलाइजेशन रद्द किया था। अगर मुख्यमंत्री हमारी बात सुन लेते हैं तो इसका एहसान हम अगले साल चुनाव के दौरान जरूर चुकाएंगे।”
उनकी इस टिप्पणी के बाद अटकलें तेज हो गई थीं कि खान सर भी किसी राजनीतिक दल का दामन थाम सकते हैं। इससे पहले अवध ओझा के आम आदमी पार्टी में शामिल होने की वजह से चर्चा थी कि खान सर भी राजनीति की राह पकड़ सकते हैं।
लेकिन अब खान सर ने एकदम स्पष्ट कर दिया है कि उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा, “हम लोगों को पढ़ाने से फुर्सत नहीं है। राजनीति कोई बड़ी चीज नहीं है, लेकिन हम इसके लिए तैयार नहीं हैं।”
खान सर की फैन फॉलोइंग बहुत बड़ी है, इसलिए उनके चुनाव लड़ने की संभावना पर चर्चा होती रही है। हालांकि, उन्होंने इन अटकलों पर पूर्ण विराम लगाते हुए कहा कि वह राजनीति से दूर रहेंगे और अपने शिक्षण कार्य पर ही ध्यान केंद्रित करेंगे।
