दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच टकराव तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप लगाए और इसका एक वीडियो भी सार्वजनिक किया। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने दावा किया कि बीजेपी के उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी द्वारा लाए गए बाहरी लोग झुग्गी बस्तियों में मतदाताओं को डराने-धमकाने का काम कर रहे हैं, जो पहले AAP को वोट देते थे।
चुनाव आयोग ने AAP के आरोपों को नकारा
मंगलवार को चुनाव आयोग (EC) ने आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर जवाब दिया। उन्होंने आरोप लगाया था कि मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार बीजेपी के पक्ष में काम कर रहे हैं।
चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा,
“तीन सदस्यीय आयोग ने यह नोट किया कि बार-बार चुनाव आयोग को बदनाम करने के लिए जानबूझकर दबाव की रणनीति अपनाई जा रही है, जैसे कि यह कोई एकल सदस्यीय संस्था हो। लेकिन आयोग ने संवैधानिक मर्यादा को ध्यान में रखते हुए इन बयानों को गंभीरता से न लेकर धैर्य और समझदारी से कार्य करने का निर्णय लिया है।”
AAP का आरोप – चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा
AAP ने एक दिन पहले दिल्ली चुनाव को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए थे। पार्टी ने दावा किया कि बीजेपी के कार्यकर्ता और बाहरी लोग चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं और मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि “चुनाव आयोग शिकायत करने वालों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज करवा रहा है। पुलिस उन लोगों पर बर्बर तरीके से हमला कर रही है, जो आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट कर रहे हैं। आज भारत का लोकतंत्र राजीव कुमार के हाथों में है।”
केजरीवाल और आतिशी ने चुनाव आयोग से की शिकायत
अरविंद केजरीवाल और आतिशी ने मंगलवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की और तीन मुख्य मुद्दे उठाए:
- पुलिस की मिलीभगत से हो रही हिंसा
- मतदाताओं का दमन और उन्हें वोट डालने से रोकने की कोशिश
- डराने-धमकाने या रिश्वत देकर जबरन उंगली पर स्याही लगाने की घटनाएं
इसके बाद चुनाव आयोग ने X पर एक और पोस्ट किया:
“चुनाव आयोग यह दोहराता है कि सभी चुनाव अधिकारी निष्पक्ष रूप से काम करें और यदि कोई भी पक्षपातपूर्ण व्यवहार करके चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करता है, तो वह अक्षम्य होगा।”
राजनीतिक तनाव बढ़ा, EC की निष्पक्षता पर सवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यह विवाद और भी गहरा हो गया है। आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं, जबकि आयोग ने इसे ‘जानबूझकर दबाव बनाने की रणनीति’ करार दिया है।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि चुनाव आयोग आगे क्या कदम उठाता है और क्या आम आदमी पार्टी के आरोपों की कोई जांच होती है या नहीं। दिल्ली चुनाव के नतीजे इस बहस का असली फैसला करेंगे।