फेसबुक और इंस्टाग्राम का इस्तेमाल दुनियाभर में बहुत लोकप्रिय है, लेकिन अब Meta ने एक नई नीति का प्रस्ताव रखा है, जिससे यूजर्स को इन प्लेटफॉर्म्स का ऐड-फ्री अनुभव प्राप्त करने के लिए पैसे देने पड़ सकते हैं। अभी तक भारत में इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल निशुल्क था, लेकिन अब Meta ने यूके में एक सब्सक्रिप्शन मॉडल पर विचार करना शुरू कर दिया है।
Meta New Policy: BBC की एक रिपोर्ट के अनुसार, Meta अब यूके में अपने यूजर्स को ऐड-फ्री अनुभव देने के लिए एक सदस्यता (subscription) सेवा की शुरुआत करने की योजना बना रही है। इस सेवा के तहत यूजर्स को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर विज्ञापन नहीं दिखाई देंगे। इसके पहले, Meta ने यूरोपीय संघ (EU) में यह सेवा शुरू की थी, और अब यूके में भी इसे लागू करने की तैयारी है।
कहां से आया यह विचार? Meta के इस कदम के पीछे एक कानूनी मामला था, जिसमें कंपनी ने एक ब्रिटिश नागरिक को व्यक्तिगत विज्ञापन दिखाने से रोकने के लिए सहमति जताई थी। यह मामला लंदन हाई कोर्ट में था, लेकिन Meta ने इसे मुकदमे से बचने के लिए सुलझा लिया। इस मामले में मानवाधिकार कार्यकर्ता तान्या ओ’कैरेल ने Meta के खिलाफ $1.5 ट्रिलियन का मुकदमा दायर किया था, उनका आरोप था कि कंपनी ने उनके व्यक्तिगत डेटा का उल्लंघन किया और उन्हें निशाना बनाकर विज्ञापन दिखाए।
EU में Meta की ऐड-फ्री सर्विस: Meta ने 2023 में यूरोपीय संघ में अपनी ऐड-फ्री सदस्यता सेवा शुरू की थी, जिससे वे जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (GDPR) और डिजिटल मार्केट्स एक्ट (DMA) जैसे नियमों का पालन कर सकें। पिछले साल नवंबर में, Meta ने अपनी सदस्यता शुल्क में 40% तक की कटौती की थी। अब, वेब पर सदस्यता की कीमत को €9.99 से घटाकर €5.99 प्रति माह और iOS और Android पर €12.99 से घटाकर €7.99 प्रति माह कर दिया गया।
क्या इसका असर भारत पर भी पड़ेगा? अभी के लिए भारत में इस तरह की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन यह संभावना जताई जा रही है कि Meta अन्य देशों में भी इस तरह की सेवा शुरू कर सकती है। यदि ऐसा होता है, तो भारतीय यूजर्स को भी ऐड-फ्री अनुभव के लिए सदस्यता शुल्क देना पड़ सकता है।
इस बदलाव से Meta के प्लेटफार्मों का इस्तेमाल करने के तरीके में बड़ा बदलाव हो सकता है, और यूजर्स को यह तय करना होगा कि वे ऐड-फ्री अनुभव के लिए पैसे देने के इच्छुक हैं या नहीं।