इंदौर: स्वच्छता में नंबर वन, अब भिक्षा मुक्त बनने की राह पर
इंदौर, जिसे देश का सबसे स्वच्छ शहर कहा जाता है, अब भिखारी मुक्त बनने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है। इंदौर प्रशासन ने भिक्षावृत्ति पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्णय लिया है। 1 जनवरी से इंदौर में भीख मांगना और देना दोनों अपराध माने जाएंगे। इस नियम का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
भीख मांगने और देने पर प्रतिबंध
इंदौर प्रशासन ने घोषणा की है कि 1 जनवरी से अगर कोई व्यक्ति भीख मांगते पाया गया, तो उस पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। साथ ही, जो लोग भिखारियों को भीख देते हुए पाए जाएंगे, उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का यह कदम शहर को भिक्षा मुक्त बनाने की दिशा में बड़ा प्रयास है।
भिखारियों के लिए रोजगार और पुनर्वास का सुझाव
शहर में करीब 200,000 से अधिक भिखारी हैं। इंदौर प्रशासन ने जागरूकता अभियान चलाया है ताकि लोगों को इस नए नियम के बारे में बताया जा सके। भिखारियों को रोजगार और लोन की सुविधा देने जैसे सुझाव भी सामने आए हैं। प्रशासन इस दिशा में काम कर रहा है ताकि भिखारी आत्मनिर्भर बन सकें।
लोगों और प्रशासन की प्रतिक्रिया
शहर के कलेक्टर का कहना है कि यह आदेश भिखारियों की मानसिकता बदलने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास है। स्थानीय नागरिकों ने भी प्रशासन के इस कदम की सराहना की है। उनका मानना है कि इससे भिखारियों को बेहतर जीवन जीने का मौका मिलेगा।
तीन चरणों में लागू हो रहा है अभियान
- पहला चरण: जागरूकता अभियान चलाया गया।
- दूसरा चरण: समझाइश दी गई और भिखारियों को इस बदलाव के लिए तैयार किया गया।
- तीसरा चरण: 1 जनवरी से सख्त कार्रवाई शुरू होगी।
भिखारियों की प्रतिक्रिया
भिखारी समुदाय में इस फैसले को लेकर आशंका और डर है। कुछ ने रोजगार और लोन की सुविधा देने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर उन्हें सही तरीके से काम दिया जाए, तो वे भीख मांगना छोड़ देंगे।
केंद्र सरकार का पायलट प्रोजेक्ट
इंदौर उन 10 शहरों में शामिल है, जिन्हें केंद्र सरकार ने भिखारियों से मुक्त करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत चुना है। इंदौर प्रशासन और पुलिस इस दिशा में पूरी गंभीरता से काम कर रही है।
इंदौर प्रशासन का यह कदम भिक्षावृत्ति खत्म करने और शहर को स्वच्छ एवं आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। 1 जनवरी से शहर में भिखारी नजर नहीं आएंगे, यह प्रशासन की गारंटी है।
(इंदौर से राकेश जैसवाल के साथ, ब्यूरो रिपोर्ट Harvkat Live News )