Narak Chaturthi 2024 Date: नरक चतुर्दशी का महत्व, पूजा विधि, नियम और शुभ मुहूर्त
नरक चतुर्दशी, जिसे ‘छोटी दिवाली’ के नाम से भी जाना जाता है, दिवाली से एक दिन पहले मनाई जाती है। इस दिन भगवान यमराज की पूजा की जाती है और यम दीया जलाया जाता है। मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन पूजा करने से तमाम कष्ट दूर होते हैं और व्यक्ति को नरक से मुक्ति मिलती है। इस साल, नरक चतुर्दशी 30 October 2024 को मनाई जाएगी।
नरक चतुर्दशी का महत्व
नरक चतुर्दशी का धार्मिक और पौराणिक महत्व है। पुराणों के अनुसार, इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था और 16,000 कन्याओं को मुक्त कराया था। इसलिए, इसे ‘नरक निवरण चतुर्दशी’ भी कहा जाता है। इस दिन पूजा करने से व्यक्ति को अपने पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति आती है।
नरक चतुर्दशी पर यम दीपदान का महत्व
नरक चतुर्दशी पर यम दीपदान का भी विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि इस दिन घर के बाहर दीप जलाने से यमराज प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है। इस दीपदान से घर में सुख-शांति बनी रहती है और जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं।
नरक चतुर्दशी की पूजा विधि
- स्नान: सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर अभ्यंग स्नान करें। यह माना जाता है कि इस दिन स्नान करने से व्यक्ति के सारे पाप धुल जाते हैं।
- दीप जलाएं: घर के मुख्य द्वार पर यम दीप जलाएं। इसे पीतल के दीपक में तेल डालकर जलाना चाहिए।
- पूजा की तैयारी: भगवान यमराज की पूजा के लिए एक स्थान पर सफाई करें और पीतल या मिट्टी के दीपक में तेल डालकर उसमें एक रुई की बाती रखें।
- भगवान यमराज की पूजा: भगवान यमराज की प्रतिमा या चित्र के सामने दीया जलाएं और उन्हें फूल, मिठाई और नैवेद्य अर्पित करें।
- प्रार्थना: भगवान यमराज से प्रार्थना करें कि वे आपके जीवन से सारे कष्ट दूर करें और आपको लंबी उम्र प्रदान करें।
नरक चतुर्दशी के नियम
- इस दिन सूर्यास्त से पहले स्नान करना शुभ माना जाता है।
- स्नान के बाद दीपक जलाकर घर के बाहर रखें।
- इस दिन अपशब्दों से दूर रहें और किसी से भी कटु शब्दों का प्रयोग न करें।
- यम दीपदान के दौरान अपने पूर्वजों और भगवान यमराज का स्मरण करें।
नरक चतुर्दशी का शुभ मुहूर्त 2024
- नरक चतुर्दशी पूजा का समय: 30 October 2024 को सुबह 6:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक।
- यम दीपदान का समय: शाम 5:00 बजे से रात 8:00 बजे तक
नरक चतुर्दशी की पूजा विधि और मुहूर्त को ध्यान में रखते हुए, इस पर्व को सही तरीके से मनाएं। यम दीप जलाकर भगवान यमराज का आशीर्वाद प्राप्त करें और अपने जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की कामना करें।
हरवक्त न्यूज़
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