Bangkok Earthquake News: थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में शुक्रवार को 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप महसूस किया गया। तेज झटकों के कारण कई इमारतें हिल गईं और लोग दहशत में सड़कों पर निकल आए।
भूकंप का केंद्र और गहराई
जर्मनी के जीएफजेड भूविज्ञान केंद्र (GFZ) के अनुसार, भूकंप का केंद्र म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र के पास था। यह दोपहर 1:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) करीब 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर आया।
बैंकॉक में गिरी गगनचुंबी इमारत
रिपोर्ट के अनुसार, बैंकॉक में एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत भूकंप के झटके सहन नहीं कर सकी और ढह गई। हालांकि, जान-माल के नुकसान की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
लोगों में दहशत, इमारतों से निकाले गए लोग
भूकंप के बाद बैंकॉक की ऊंची इमारतों और होटलों में अलार्म बजने लगे, जिससे लोगों में घबराहट फैल गई। कई ऊंची इमारतों के अंदर मौजूद स्वीमिंग पूल में पानी लहराने लगा। सुरक्षा कारणों से घनी आबादी वाले इलाकों में लोगों को बाहर निकाला गया।
High-rise building collapses due to strong
#earthquake
in Chatuchak, Bangkok.
#แผ่นดินไหว
#กรุงเทพมหานคร
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— Weather Monitor (@WeatherMonitors)
March 28, 2025
म्यांमार और थाईलैंड में झटके महसूस किए गए
भूकंप का प्रभाव न केवल थाईलैंड बल्कि पड़ोसी देश म्यांमार में भी महसूस किया गया। इससे करीब 2 घंटे पहले हल्के झटके भी दोनों देशों में दर्ज किए गए थे।
भूकंप क्यों आता है?
भूकंप तब आता है जब धरती के नीचे टेक्टोनिक प्लेटों में हलचल होती है। इसके मुख्य कारण होते हैं:
- टेक्टोनिक प्लेटों की टकराहट – जब धरती की प्लेटें आपस में टकराती हैं या खिसकती हैं, तो भूकंप आता है।
- ज्वालामुखी विस्फोट – ज्वालामुखी फटने से निकलने वाली गैसें और लावा भूकंप को जन्म दे सकते हैं।
- खनन और विस्फोट – जमीन के अंदर गहरी खुदाई या विस्फोट भी हलचल पैदा कर सकते हैं।
- गैसों का दबाव – धरती के अंदर गैस या तरल पदार्थ अत्यधिक दबाव में होते हैं और अचानक बाहर निकलते हैं, तो कंपन होता है।
- भूस्खलन और ग्लेशियर टूटना – भारी चट्टानों के गिरने या ग्लेशियरों के टूटने से भी भूकंप जैसी स्थिति बन सकती है।
फिलहाल स्थिति पर नजर
अभी तक थाईलैंड या म्यांमार में किसी बड़े नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, भूकंप के झटकों से प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा जांच और राहत कार्य जारी हैं।
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